Wednesday, 11 January 2017

राजगृही वीरायतन में प्रतिष्ठा 17 फरवरी 2017 एवं चातुर्मास घोषणा 16 अप्रैल 2017 को

राजगृही/गोडवाड ज्योती: पूज्य उपाध्याय श्री अमरमुनिजी म.सा. के आशीर्वाद से एवं आचार्यश्री चंदनाश्रीजी महाराज की पावन प्रेरणा से वीरायतन के पावन परिसर में श्री पार्श्वनाथ परमात्मा का भव्य शिखरबद्ध जिनमंदीर का निर्माण कार्य हो रहा है। इस मंदिर निर्माण का संपूर्ण लाभ पूना निवासी श्रीमती शोभादेवी रसिकलालजी धारीवाल परिवार ने लिया है। इस मंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभ सूरीश्वरजी म.सा. आदि मुनि मंडल एवं माताजी म.सा. साध्वीश्री रतनमालाश्रीजी म.सा., डॉ. साध्वीश्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में 17 फरवरी 2017 को संपन्न होगा। इस त्रिदिवसीय महामहोत्सव के साथ अंजनशलाका प्रतिष्ठा होगी। इस अवसर पर शासनरत्न श्री मनोजकुमारजी बाबुमलजी हरण पधारेंगे एवं विधिविधान हेतु जयपुर निवासी सुप्रसिद्ध विधिकारक श्री यशवंतजी गोलेच्छा पधारेंगे।
चातुर्मास की घोषणा 16 अप्रैल 2017 को रायपुर (छ.ग.) में
प.पू खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. ने प.पु. गणनायक श्री सुखसागरजी म.सा. के समुदाय के साधु-साध्वीजी भगवंतों के आगामी चातुर्मासों की घोषणा रायपुर में 16 अप्रैल 2017 को करने की बात कही है| ज्ञात हो कि इससे पूर्व पालीताना खरतरगच्छ सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया था कि समुदाय के समस्त चातुर्मासों का निर्णय पूज्य गच्छाधिपतिश्री द्वारा फाल्गुन सुदि चतुर्दशी के दिन किया जायेगा। चूंकि इस वर्ष गच्छाधिपतिश्री होली चातुर्मास की अवधि में विहार में रहेंगे और 17 फरवरी 2017 को राजगृही नगर में प्रतिष्ठा संपन्न करवाकर रायपुर की ओर विहार करेंगे, अत: होली चातुर्मास के दिन चातुर्मासों की घोषणा नही हो पायेगी। चातुर्मास की विनंती करने हेतु सकल संघ दिनांक 16 अप्रैल 2017 को रायपुर पहुँचेगा।

No comments:

Post a Comment