पाली/गोडवाड ज्योती: लोगों की आस्था के प्रतीक लोकदेवता ओमबन्ना के पिता जोगसिंह पातावत की अंतिम यात्रा निकालकर उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी गई। ओमबन्ना के पिता के निधन का समाचार मिलते ही गांव में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण रिश्तेदार व ओमबन्ना के भक्त चोटिला गांव पहुंचने शुरू हो गए। उनकी अंतिम यात्रा पुष्प, गुलाल व सिक्के उड़ाते हुए नदी के किनारे पहुंची, जहां उनके पौत्र ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्रि दी। उनकी अंतिम यात्रा में विधायक ज्ञानचंद पारख, सभापति महेन्द्र बोहरा, रोहट सरपंच उदयभान सिंह, रोहट पूर्व सरपंच सिद्धार्थ सिंह सहित पाली, जोधपुर, जालोर, बाड़मेर, जयपुर सहित अन्य शहरों से हजारों की संख्या में जन समुदाय चोटिला पहुंचे। ओमबन्ना के पिता 40 वर्ष तक चोटिला ग्राम पंचायत के सरपंच पद पर कार्यरत रहे। इस कार्यकाल में मात्र एक बार चुनाव हुआ बाकी समय तक निर्विरोध ही सरपंच पद पर काबिज रहे। छह दिवसीय पंचायत सम्मेलन में इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी द्वारा उनको बीकानेर में सम्मानित भी किया गया था।

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