Monday, 21 November 2016

मोदी-मंत्र ने बदल डाला मनी मार्किट का माहौल

नई दिल्ली/गोडवाड ज्योती: काले धन पर लगाम कसने और जमाखोरों के खिलाफ कदम बढ़ाते हुए मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था से संबन्धित एक अहम फैसला लिया, जिसके तहत ९ नवंबर से ५०० और १००० रुपये के नोट बंद कर दिये गए और जो नोट लोगों के पास मौजूद हैं वो अब बाज़ार में किसी प्रकार से नही चलाये जा सकेंगे। देश को संबोधित करते हुए उन्होंने घोषणा की कि आज मध्यरात्रि यानी ८ नवंबर २०१६ की रात १२ बजे से वर्तमान में जारी ५०० रुपए और एक हजार रुपए नोट कानूनन अमान्य होंगी।
माननीय मोदीजी को यह सुझाव पुणे की इकोनॉमिक एडवाइजरी संस्था इंजीनियर और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की संस्था अर्थक्रांति प्रपोजल ने दी, जिसे संस्थान ने पेटेंट कराया है। संस्थान का दावा है कि यह प्रपोजल ब्लैकमनी, मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, रिश्वतखोरी, आतंकियों की फंडिंग रोकने में पूरी तरह कारगर होगा। फस्र्टपोस्ट की खबर के मुताबिक करीब डेढ़ साल पहले मेकेनिकल इंजीनियर बोकिल अपने डेलिगेशन के साथ प्रपोजल लेकर राहुल गांधी से भी मिलने गए थे लेकिन घंटों सिक्युरिटी चेक के बाद राहुल ने उन्हें सिर्फ १०-१५ सेकेंड का वक्त दिया था। ब्लैक कैट कमांडो ने उन्हें प्रपोजल वाली सीडी साथ लेकर जाने की भी इजाजत नही दी थी। उन्हें सीडी में ऐसा कोई प्रपोजल नही होने का भी शक था। तब राहुल ने सिर्फ इतना कहा था कि प्लीज आप डॉ. मोहन गोपाल से मिल लें, हम पहले इसे देखेंगे। गोपाल राजीव गांधी फाउंडेशन के डायरेक्टर थे। बोकिल को मोदी से मुलाकात के लिए सिर्फ ९ मिनट का वक्त दिया गया था लेकिन बड़े नोट बंद करने का प्रपोजल जानने के बाद उन्होंने इसमें इंटरेस्ट दिखाया और पूरे २ घंटे तक चर्चा की।
इस फैसले के बाद से कई लोगों ने जिनमें नेता, अभिनेता और प्रसिद्ध हस्तियों के लगातार अपनी राय व विचार सामने रखें पर जो सवाल सबसे ज़रूरी है, वह ये कि आम इंसान कैसे जानें कि अब इन नोटों का क्या होगा और कैसे वे अपने पास पड़े नोटों को बैंक में जमा कर अपना रुपया अपने पास सुरक्षित करें? हममें से कई लोग आज भी कैश भुगतान द्वारा खरीददारी करते है। ऐसे में सरकार की तरफ से अचानक लिया गया यह फैसला कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।कई लोगों के पास सही जानकारी न होने की वजह से भी इन नोटों के प्रति चिंता और तनाव कि स्थिति बन गयी है और लोग सोच रहे हैं कि अब हम अपने पास रखें इन नोटों का क्या करें? पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्‍ट्र के नाम संबोधन में ५०० और १००० के नोट मंगलवार आधी रात से अमान्‍य संबंधी घोषणा करने के साथ ही कहा कि मौजूदा इन नोटों को लेकर परेशान होने की जरूरत नही है। अगले ५० दिनों तक इन नोटों को बैंकों और डाकघरों में जमा कराया जा सकता है।

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