
उपवास में सेवन की सलाहविशेषज्ञों के अनुसार इस फसल के बीज में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा है। इसे देखते हुए वे इसे व्रत एवं उपवास में सेवन की सलाह दे रहे हैं। इनके अनुसार उपवास के समय जहां व्यक्ति को कम से कम अल्पाहार की आवश्यकता होती है, एेसे में इसके सेवन वे सूजी, सूप, दलिया और रोटी बना सकते हैं। इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल जाता है। इसे मरीजों के सेवन के लिए भी बेहतर बताया जा रहा है।
बुवाई में 2 से 4 किलो बीज पर्याप्त
पाली जिले के अधिकारी बताते हैं कि किनोवा के बीज छोटे व दानेदार होने के कारण बुवाई के लिए मात्र 2 से 4 किलो बीज की आवश्यकता होती है। वहीं 24 से 28 डिग्री सेल्सियस तापमान फसल वृद्धि के लिए उपयुक्त रहता है। थ्रेसिंग या हाथों से इसकी बीज की गहाई करते हैं और प्रति हेक्टेयर एक हजार से 1500 किलो तक उत्पादन किसान हासिल कर सकते है । विशेषज्ञों के अनुसार ये क्षारीय व बंजर जैसी भूमि में भी सिंचाई की व्यवस्था करके पैदा किया जा सकता है।
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