जयपुर।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोगिक तौर पर देश के पांच स्थानों पर शुरू की जाने वाली प्लास्टिक केरेंसी छोटे नोट 10 और 20 रूपये की होगी और यदि इसके परिणाम सार्थक निकलेंगें तो इसे बडे नोटों में भी लागू कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को राहत देने के लिए सरकार ने योजना तैयार की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिग प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए ढांचागत सुविधाओं को बढावा दिया जा रहा है।
मेघवाल ने रविवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित 'मीट द प्रेस' कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या बढाने, डाकघरों और जिला सहकारी बैंकों के साथ ही ग्रामीण बिजनेस प्रतिनिधि व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा रहा है।
उन्होंने स्वीकार किया कि नोटबंदी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बैंकिंग प्रणाली नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है लेकिन सरकार ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए है और आगामी एक सप्ताह में स्थिति में सुधार हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि विश्व में प्लास्टिक कैंरेसी की शुरुआत आस्ट्रेलिया ने की थी उसके बाद लगभग आधा दर्जन से अधिक देशों ने इसे लागू किया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक केरेंसी व्यवस्था लागू होने पर जाली नोटों पर भी अंकुश लग सकेगा।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के बाद देश में कैशलेस प्रणाली को लागू करने से देश की अर्थ व्यवस्था में तो सुधार होगा ही साथ ही ब्याज दरों और करों में कमी आयेगी और इसका सर्वाधिक लाभ देश के आम लोगों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कैशलेस प्रणाली के कारण देश के सकल घरेलु उत्पादन में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत द्वारा वर्षों से करों को कम करने की मांग की जा रही थी जो कैशलेस प्रणाली के मजबूत होने से स्वत: ही लागू हो सकेगी।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोगिक तौर पर देश के पांच स्थानों पर शुरू की जाने वाली प्लास्टिक केरेंसी छोटे नोट 10 और 20 रूपये की होगी और यदि इसके परिणाम सार्थक निकलेंगें तो इसे बडे नोटों में भी लागू कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को राहत देने के लिए सरकार ने योजना तैयार की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिग प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए ढांचागत सुविधाओं को बढावा दिया जा रहा है।
मेघवाल ने रविवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित 'मीट द प्रेस' कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या बढाने, डाकघरों और जिला सहकारी बैंकों के साथ ही ग्रामीण बिजनेस प्रतिनिधि व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा रहा है।
उन्होंने स्वीकार किया कि नोटबंदी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बैंकिंग प्रणाली नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है लेकिन सरकार ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए है और आगामी एक सप्ताह में स्थिति में सुधार हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि विश्व में प्लास्टिक कैंरेसी की शुरुआत आस्ट्रेलिया ने की थी उसके बाद लगभग आधा दर्जन से अधिक देशों ने इसे लागू किया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक केरेंसी व्यवस्था लागू होने पर जाली नोटों पर भी अंकुश लग सकेगा।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के बाद देश में कैशलेस प्रणाली को लागू करने से देश की अर्थ व्यवस्था में तो सुधार होगा ही साथ ही ब्याज दरों और करों में कमी आयेगी और इसका सर्वाधिक लाभ देश के आम लोगों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कैशलेस प्रणाली के कारण देश के सकल घरेलु उत्पादन में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत द्वारा वर्षों से करों को कम करने की मांग की जा रही थी जो कैशलेस प्रणाली के मजबूत होने से स्वत: ही लागू हो सकेगी।

No comments:
Post a Comment