Thursday, 1 December 2016

'परमात्मा की भक्ति सदमार्ग पर ले जाती'

*लोकसंत की निश्रा में 1दिसम्बर आज होगी प्राण-प्रतिष्ठा*,
शक्ति हो तो अवश्य भक्ति करना चाहिए। परमात्मा की भक्ति में मन लग जाने से अन्य प्रवृत्तियों से मन छूट जाता है। इससे अनेक पापमय विचारों से हम बच सकते हैं। परमात्मा की भक्ति ही हमें सदमार्ग पर ले जाती है और हमें परमात्मा का आशीर्वाद मिलता है।
यह बात लोकसंत जयंतसेन सूरीश्वरजी ने बुधवार को ग्राम बर्डियागोयल स्थित अजीतनाथ जैन मंदिर पर धर्मसभा में कही। दोपहर में पूजा व रात में प्रभु भक्ति का आयोजन हुआ। अट्ठारह अभिषेक व चैत्याभिषेक हुआ। मुनि निपुणविजयरत्नजी ने कहा हमारे जीवन में सुख-दुख के जो दृश्य खड़े होते है। उसे हम बदल नहीं सकते, लेकिन हमारी दृष्टि को हम जरूर परिवर्तित कर सकते है। दृष्टि को बदलने के लिए गुरु की शरण में आना पड़ता है। जैसे भोजन बनने मात्र से भूख नहीं मिटती। भूख मिटाने के लिए भोजन खाना पड़ता है। उसी प्रकार दुख मिटाने के लिए परमात्मा की भक्ति करना पड़ती है। जो भजन करता है उसके दुख मिटते है। विधायक जितेंद्र गेहलोत ने आचार्यश्री के दर्शन किए
*कलश स्थापना होगी*
*बुधवार को लोकसंत की निश्रा में अजीतनाथ भगवान, शांतिनाथ भगवान और राजेंद्रसूरि भगवान की प्रतिष्ठा की जाएगी। *वहीं मंदिर शिखर पर कलश स्थापना होगी।*
ब्रजेश बोहरा नागदा

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