पाली. एनजीटी के आदेश के बावजूद पुनायता व मण्डिया रोड औद्योगिक क्षेत्र में कुछ उद्यमी चोरी-छुपे फैक्ट्रियों में प्रोसेसिंग करवाकर प्रदूषित पानी बांडी नदी में बहा रहे हैं। फैक्ट्रियों से केमिकल वाला पानी छोडऩे से शनिवार को पुनायता औद्योगिक क्षेत्र में एक हौदी से पानी बहता रहा। इस पानी के बहाव से पास ही खाली पड़ा भूखण्ड पूरा भर गया है। एेसा ही हाल ट्रीटमेंट प्लांट संख्या चार के बाहर भी है। प्लांट के सामने पड़े खाली भूखण्ड में काफी मात्रा में रंगीन व दुर्गंध वाला प्रदूषित पानी जमा है। जबकि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार मण्डिया रोड व पुनायता औद्योगिक क्षेत्र में सभी इकाइयां बंद हैं। एेसे में यहां जमा पानी कई सवाल खड़े कर रहा है।
नाले की दीवार तोड़ी
ट्रीटमेंट प्लांट संख्या चार के सामने एक नाले की दीवार की दीवार को तोड़कर मिट्टी की तिरछी पाळ बनाई गई है। इससे नाले से प्रदूषित पानी मंथर गति से पास के खाली भूखण्ड में जा रहा है। इसी पानी के भराव से यह भूखण्ड तालाब का रूप ले चुका है। इसके आस-पास के भूखण्ड भी प्रदूषित पानी से लबालब है।
हौदियां भी पूरी भरी हुई
पुनायता औद्योगिक क्षेत्र की एक हौदी से पानी छलकने रहा था। इसके अलावा ट्रीटमेंट प्लांट के पास की सभी हौदियां लबालब थी। इनमें से कुछ हौदियों में बने पानी के निशान देखकर उनमें लगातार पानी कम-ज्यादा होने का सहज ही अनुमान लग रहा है। इन हौदियों में इतना पानी कहा से आया इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
कार्रवाई का भी असर नहीं
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से महज दो दिन पहले तीन इकाइयों के प्रोसिंग करने पर कार्रवाई की गई थी। इन तीनों इकाइयों की सीईटीपी से कसेंट टू ऑपरेट भी निरस्त कर दी गई है। इसके बावजूद कुछ उद्यमी अभी तक एनजीटी के आदेश की पालना नहीं कर रहे हैं।
आदेशों की अवमानना
एनजीटी के आदेश के बावजूद पूनायता औद्योगिक क्षेत्र में चोरी-छिपे इकाइयों का संचालन हो रहा है। उनका पानी खाली भूखण्डों, बांडी नदी व ट्रीटमेंट प्लांट के बाहर जा रहा है। यह एनजीटी के आदेशों की अवमानना है। हमने कई बार इसकी शिकायत भी की है। इसके बावजूद अभी तक सभी इकाइयां बंद नहीं हुई हैं।
महावीरसिंह सुकरलाई, महामंत्री, किसान पर्यावरण संघर्ष समिति, पाली.
जांच करवाकर करेंगे कार्रवाई
पूनायता औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयों से प्रदूषित पानी छोड़ा जा रहा है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। हमने दो दिन पहले भी तीन इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
राजीव पारीक, क्षेत्रीय प्रबंधक, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, पाली
नाले की दीवार तोड़ी
ट्रीटमेंट प्लांट संख्या चार के सामने एक नाले की दीवार की दीवार को तोड़कर मिट्टी की तिरछी पाळ बनाई गई है। इससे नाले से प्रदूषित पानी मंथर गति से पास के खाली भूखण्ड में जा रहा है। इसी पानी के भराव से यह भूखण्ड तालाब का रूप ले चुका है। इसके आस-पास के भूखण्ड भी प्रदूषित पानी से लबालब है।
हौदियां भी पूरी भरी हुई
पुनायता औद्योगिक क्षेत्र की एक हौदी से पानी छलकने रहा था। इसके अलावा ट्रीटमेंट प्लांट के पास की सभी हौदियां लबालब थी। इनमें से कुछ हौदियों में बने पानी के निशान देखकर उनमें लगातार पानी कम-ज्यादा होने का सहज ही अनुमान लग रहा है। इन हौदियों में इतना पानी कहा से आया इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
कार्रवाई का भी असर नहीं
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से महज दो दिन पहले तीन इकाइयों के प्रोसिंग करने पर कार्रवाई की गई थी। इन तीनों इकाइयों की सीईटीपी से कसेंट टू ऑपरेट भी निरस्त कर दी गई है। इसके बावजूद कुछ उद्यमी अभी तक एनजीटी के आदेश की पालना नहीं कर रहे हैं।
आदेशों की अवमानना
एनजीटी के आदेश के बावजूद पूनायता औद्योगिक क्षेत्र में चोरी-छिपे इकाइयों का संचालन हो रहा है। उनका पानी खाली भूखण्डों, बांडी नदी व ट्रीटमेंट प्लांट के बाहर जा रहा है। यह एनजीटी के आदेशों की अवमानना है। हमने कई बार इसकी शिकायत भी की है। इसके बावजूद अभी तक सभी इकाइयां बंद नहीं हुई हैं।
महावीरसिंह सुकरलाई, महामंत्री, किसान पर्यावरण संघर्ष समिति, पाली.
जांच करवाकर करेंगे कार्रवाई
पूनायता औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयों से प्रदूषित पानी छोड़ा जा रहा है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। हमने दो दिन पहले भी तीन इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
राजीव पारीक, क्षेत्रीय प्रबंधक, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, पाली

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